भेड़ पालन में लोहारी राघो का सुनील जिलेभर में पहले नंबर पर, जीता लगभग एक लाख का इनाम
दुधारू भैंस में ढंढेरी के राजेश तो दुधारू गाय में बडाला के धर्मबीर ने पाया पहला स्थान
जिला स्तरीय पशु प्रदर्शनी में की 800 किसानों व 225 पशुओं ने की भागीदारी
18 सितंबर 2019, 12:11 AM
हिसार। हांसी के गांव डाटा की गौशाला में एक दिवसीय जिला स्तरीय पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें दुधारू भैंस की श्रेणी में ढंढेरी के राजेश ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने किया जबकि हांसी के एसडीएम वीरेंद्र सहरावत ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वित्तमंत्री ने पशुपालकों को सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने व पशुपालकों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया। उन्होंने पशुपालन के क्षेत्र में जिले के पशु चिकित्सक डॉ. सुधीर मलिक, डॉ. राजकुमार बैनीवाल व डॉ. विकास चौधरी को राज्य स्तर के प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पशु प्रदर्शनी में जिला भर के 800 किसानों व 225 पशुओं ने भागीदारी की।
दुधारू भैंस की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार गांव ढंढेरी के राजेश पुत्र जयप्रकाश व शुष्क भैंस की श्रेणी में प्रथम इनाम गांव सिसाय बोलान के प्रदीप पुत्र रामफल ने जीता। झोटा का प्रथम पुरस्कार गांव सिंघवा खास के कपूर सिंह पुत्र फूल सिंह व झोटी का प्रथम स्थान गांव बालक के बीरबल पुत्र भुगाना को मिला। दुधारू देशी गाय की श्रेणी में प्रथम स्थान बडाला के धर्मबीर पुत्र सुरजभान व शुष्क देसी गाय का इनाम सातरोड़ खुर्द के नसीब पुत्र मांगेराम को मिला। इसी प्रकार संकर नस्ल की गाय की श्रेणी में गांव मैयड़ के सुरजीत पुत्र लीला राम को इनाम मिला। भेड़ पालन में प्रथम इनाम लोहारी राघो के सुनील पुत्र किशन तथा बकरी पालन में गांव खानपुर के राम प्यारा पुत्र दीवान सिंह को मिला। विजेताओं को हांसी के एसडीएम वीरेंद्र सहरावत ने लगभग एक लाख रुपये के इनाम व प्रमाण पत्र वितरित किए। इस प्रदर्शनी में पशुओं के चयन के लिए लुवास व राजकीय पशुधन कार्यालय से आए वैज्ञानिक, पशु चिकित्सक विशेषज्ञों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
कल्याणाकारी योजनाओं की शुरूआत
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. डीएस सिंधु ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. एसके गुलाटी के नेतृत्व व पशुपालन विभाग के महानिदेशक डॉ. हरदीप के मार्गदर्शन में पशुपालन को बढ़ावा देने व इसके मुनाफे का धंधा बनाने हेतु जिला स्तर पर प्रदर्शनी का आयोजन करके पशुपालकों को अच्छी नस्ल का पशु पालने तथा पशुओं से अधिक से अधिक दूध, ऊन, अंडा, व मास का उत्पादन करने के लिए नई-नई कल्याणाकारी योजनाओं की शुरूआत की है।
800 किसानों व 225 पशुओं ने की भागीदारी
पशु प्रदर्शनी में विभिन्न श्रेणी के 225 पशुओं ने भाग लिया। जिले भर से किसान अपने पशुओं को लेकर प्रदर्शनी में पहुंचे। प्रदर्शनी में 23 दवा निमार्ता कंपनियों व अन्य स्टालों के माध्यम से पशुपालकों को पशुपालन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उनका ज्ञानवर्धन किया गया। इस अवसर पर लगभग 800 पशुपालकों ने पशुपालन एवं डेयरी के क्षेत्र में अपना ज्ञान बढ़ाया। किसान गोष्ठी में भाग लेकर पशुपालन व डेयरी क्षेत्र में आने वाली बाधाओं व उनके समाधान पर चर्चा भी की गई। विशेषज्ञों की टीमों द्वारा पशुओं के चयन की प्रक्रिया पूरी की गई तथा कठिन प्रतिस्पर्धा के होने पर सभी श्रेणी में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना पुरस्कारों की घोषणा की गई।