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लोहारी राघो। मूल रूप से गाँव लोहारी राघो व वर्तमान में हिसार के सेक्टर-15 स्थित हाउसिंग बोर्ड निवासी देस राज कम्बोज को आल इंडिया बैकवर्ड फैडरेशन की हरियाणा इकाई का महासचिव नियुक्त किया गया है। अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व चेयरमैन एनसीबीसी व आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस वी. ईस्वरिया ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा है कि देसराज कम्बोज महासंघ की स्थापना के समय से ही साथ जुड़े हैं तथा महासंघ में पूरी तरह से सक्रिय हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि देस राज कम्बोज का ज्ञान और अनुभव आल इंडिया बैकवर्ड फैडरेशन को नए आयाम देगा। इस नियुक्ति पर देस राज कम्बोज ने आल इंडिया बैकवर्ड फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व चेयरमैन एनसीबीसी व पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस वी. ईस्वरिया तथा महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष हंसराज का तहे दिल से आभार जताते हुए भरोसा दिलाया है कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा व लग्न के साथ निभाएंगे। बता दें कि देस राज कम्बोज पिछले लंबे समय से अनेक सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से जुड़े हैं तथा समाजसेवा में योगदान देते आ रहे हैं। वे हरियाणा कम्बोज सभा के प्रदेश प्रेस सचिव व लोहारी राघो भाईचारा सेवा समिति के महासचिव भी हैं। इसके अलावा वे शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने वाले शहीद स्मृति मंच हिसार के भी सचिव हैं।
पिछड़ा वर्ग की मांगों को सीएम के समक्ष रखने की तैयारी
अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ के महासचिव देसराज कम्बोज ने बताया कि महासंघ द्वारा पिछड़ा वर्ग की मांगों को पूरे जोर-शोर से उठाया जाएगा। इस बाबत महासंघ के सदस्य जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेंगे तथा पिछड़ा वर्ग की मांगों बारे अवगत करवाएंगे।
जानें कौन हैं देस राज कम्बोज
गाँव लोंहारी राघो निवासी स्वर्गवासी रज्जा राम कम्बोज के घर जन्मे 62 वर्षीय देस राज कम्बोज युवावस्था से ही सामाजिक गतिविधियों में अपना योगदान देते आ रहे हैं। वर्ष 1976 में आईटीआई करने के उपरांत गाँव छोड़कर हिसार आ गए। वर्ष 1980 में वे वीटा में बतौर मैनेजर के पद पर नियुक्त हुए। नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रही और समाजसेवा भी। वर्ष 1985 में स्नातक की डिग्री हासिल की। हिसार, जींद, सिरसा, बल्लबगढ़ व रोहतक स्थित वीटा मिल्क प्लांटों में सेवाएं देने के उपरांत वर्ष 2016 में सेवानिवृत हो गए। सेवानिवृत्ति के उपरांत अब वे पहले से भी ज्यादा समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी हैं। कभी शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम तो कभी रक्तदान शिविर आदि लगाकर वे मानवता भलाई के कार्य करते रहते हैं। वर्तमान में वे बाबा बंदा सिंह बहादुर सिंह सभा हिसार द्वारा कोरोना पीड़ितों के लिए किए जा रहे सेवा कार्यों मेंं योगदान दे रहे हैं।